रिपोर्ट मोहम्मद राशिद-सैय्यद
अम्बेडकर नगर जनपद में हजरत अली का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस्लाम धर्म के लोगों के लिए हज़रत अली का जन्मोत्सव काफी महत्वपूर्ण माना जाता है,
क्योंकि वे अपनी बुद्धिमत्ता, साहस और न्याय के लिए सदियों से याद किए जाते हैं¹। हजरत अली का जन्म मक्का में हुआ था और वे पैगंबर मुहम्मद साहब के चचाजाद भाई और दामाद थे।
वे मुसलमानों के खलीफा के रूप में जाने जाते हैं और न्याय के लिए उन्हें सदियों से याद किया जाता है। टाण्डा के मोहल्ला मीरानपुरा में सैय्यद वजीहुल हसन एडवोकेट के निवास स्थान पर
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी हज़रत अली इब्ने अबी तालिब के जन्मोत्सव पर मैहफिल का आयोजन किया गया। मैहफिल की अध्यक्षता मौलाना सैय्यद मैहताब हुसैन बलरामपुरी ने की और शायर अस्लम टाण्डवी ने हज़रत अली के जन्मोत्सव पर शेरो शायर पढ़कर लोगों को सुनाया।
इस अवसर पर अंजुमन सिपाहे हुसैनी हयातगंज के सभी सदस्य, सहित नगर क्षेत्र के अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही। हजरत अली के जन्मोत्सव पर लोगों ने उनकी शिक्षाओं और संदेशों को याद किया और उनके जीवन से प्रेरणा ली।
हजरत अली की शिक्षाएं और संदेश आज भी प्रासंगिक हैं और लोगों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। उनकी शिक्षाओं में अहिंसा, सच्चाई, और न्याय का महत्व है, जो आज के समय में भी बहुत महत्वपूर्ण हैं।