गांधी आश्रम कर्मचारियों का धरना जारी, वेतन और फंड न मिलने के कारण नाराजगी
अंबेडकरनगर ! में गांधी आश्रम अकबरपुर के कर्मचारियों का धरना पांचवें दिन भी जारी है। उनका आरोप है कि मंत्री रमेश चंद्र तिवारी कर्मचारियों का कर रहे हैं शोषण और वेतन, फंड जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं दे रहे हैं।
पूरी खबर: गांधी आश्रम अकबरपुर में कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा है। वर्तमान और रिटायर्ड कर्मचारियों ने संस्था के मंत्री रमेश चंद्र तिवारी के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
आरोप है कि तिवारी कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं। और वेतन फंड जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। साथ ही कर्मचारियों को कई महीनों से वेतन नहीं मिल रहा है, जिससे परिवार चलाना मुश्किल हो गया है।
धरने पर बैठे कर्मचारी संत बक्स यादव ने बताया कि वर्षों तक गांधी आश्रम में सेवा देने वाले रिटायर्ड कर्मचारियों को उनका फंड नहीं मिला है। वर्तमान में कार्यरत कर्मचारियों को कई महीनों से वेतन नहीं दिया जा रहा है।
कर्मचारियों ने बताया कि कार्यरत कर्मचारियों का मौजूदा में लगभग 1 करोड़ 25 लाख का वेतन बकाया है। पूर्व में गलेंडर रंगाई मशीन में कार्य करने वाले राम लखन सिंह ने बताया कि 2006 में मैं रिटायर हुआ
लगभग 18 साल हो गया लेकिन अभी तक मेरा फंड नहीं मिला। वही कर्मचारियों का कहना है कि जब भी वे अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाते हैं, रमेश चंद्र तिवारी उन्हें अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं। कृष्ण मोहन शुक्ला ने बताया
कि वेतन न मिलने से कर्मचारी आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। धरने पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि रमेश चंद्र तिवारी, अभी भी लगातार मंत्री पद पर काबिज हैं, वह अब इस पद पर बने रहने के योग्य नहीं हैं।
क्योंकि उनकी उम्र अधिक हो चुकी है। कर्मचारियों की मांग है कि तिवारी को मंत्री पद से हटाया जाए और उनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाए। धरने पर मुख्य रूप से बनारसी यादव, गौतम दूवे, लल्लन आदि शामिल रहे ।