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आलापुर से पंकज कुमार की रिपोर्टिंग
अंबेडकरनगर : जिले के थाना महरुआ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जलालपुर सेहरा मजरा पांडेय का पूरा में भूमि बंटवारे को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। जनचर्चा है।कि दबंगों को महरुआ थाना कि पुलिस का संरक्षण प्राप्त है ।
जिसकी वजह से पीड़ित के प्रार्थना पत्र देने के बाद भी मारपीट करने वाले अभियुक्तों गिरफ्तार करने के बजाय को पुलिस उन्हें बचा रही इसलिये अब तक नही दर्ज किया गया मुकदमा विपक्षियों के विरुद्ध अब तक नही हुई पुलिसिया कार्रवाई ।
बतादे रविवार दिनांक 29 – 09 – 2024 कि प्रातः लगभग 09 बजे राजेश पांडेय पुत्र रामलोचन व देवमती पत्नी रामलोचन पांडे, रूपम पुत्री राजेश पांडेय योजनाबद्ध होकर लाठी डंडे से लैस सुरेंद्र प्रसाद पाण्डेय पुत्र स्वर्गीय राधेश्याम पांडेय के घर में घुसकर गाली-गलौज करने लगे और लाठी डंडे से मारने पीटने के लिए दौड़ा लिया हल्ला-गोहार मचाने पर –
लोग के इकट्ठा होने पर जान बची जिसके बाद भी विपक्षी जाते जाते पीड़ित को जान से मारने की धमकी देकर वहा से गये,गांव में पीड़ित सुरेंद्र पांडे घर का अकेला व्यक्ति हैं पीड़ित सुरेंद्र प्रसाद पांडेय ने थाना प्रभारी महरुआ को प्रार्थना पत्र देकर घटना की सूचना दिया।
घटना की सूचना मिलने पर थाना महरुआ के हल्का सिपाही मौके पर पहुंचे और विपक्षीगणों को समझा- बुझाकर वापस थाने चले आये। पुलिस टीम के वापस जाने के बाद ही पुनः विपक्षीगण पीड़ित के घर में घुसकर हमलावर होते हुये भद्दी-भद्दी गालियां देकर मारने-पीटने लगे साथ ही कहा थाने जाओगे तो जान से मार देंगे ।
पीड़ित ने फिर पुलिस को सूचित किया किंतु विपक्षीगण अभियुक्तों में महिला होने के नाते पुलिस असहाय की स्थिति में है और निरोधात्मक कार्यवाही नहीं कर पा रही है। जिससे विपक्षीगणो का मनोबल बढ़ बढ़ता जा रहा है और मार-मीट पर उतारू है।
यदि समय रहते ही विपक्षीगणों पर पुलिसिया कार्रवाई नही की गई तो किसी भी समय बड़ी अप्रिय घटना घट सकती है । बहरहाल प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित द्वारा महरुआ थाने पर शिकायत दर्ज कराने के बाद मित्र पुलिस आखिर क्यो नाकाम साबित होती दिखाई पड़ रही है।
जहा पुलिस के खौफ से अच्छे अच्छे बदमाश कांप जाते हैं वही साधारण से गांव में रहने वाले मनबढ दबंगों पर पुलिस अंकुश लगाने में क्यो नाकाम है। बहरहाल जो कुछ भी ये तो महरुआ थाने की पुलिस ही जान सकती है।
लेकिन अगर समय रहते पुलिस सतर्क होकर विपक्षियों पर कार्रवाई नही करती तो आक्रोशित विपक्षी किसी भी हद तक जा सकते है । वही पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिसिया कार्रवाई मे ढील होने के कारण जिससे पीड़ित खौफजदा माहौल में जीवन जीने को मजबूर है ।
नोट – News10plus – वेबसाइट इसकी पुष्टि नही करता रिपोर्टिंग करने वाले का ऊपर नाम दिया गया है इसकी जवाबदेही रिपोर्ट करने वाले की होगी इस पोस्ट को जनहित में प्रकाशित किया गया जिससे जिम्मेदारान संज्ञान ले सके और किसी प्रकार कि अनहोनी को रोका जा सके धन्यवाद।