रिपोर्ट News10plus एडिटर मोहम्मद राशिद
अम्बेडकरनगर | 20 नवम्बर 2025 उच्च न्यायालय इलाहाबाद के निर्देशों के क्रम में गठित शेल्टर होम्स निरीक्षण समिति द्वारा आज वृद्धाश्रम, अकबरपुर (अम्बेडकरनगर) का औचक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण टीम में रामबिलास सिंह, विशेष न्यायाधीश, एससी/एसटी अधिनियम व अध्यक्ष, शेल्टर होम्स निरीक्षण समिति भारतेन्दु प्रकाश गुप्ता, अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,
श्रीमती अंजिता सिंह चौहान, न्यायिक मजिस्ट्रेट/प्रधान मजिस्ट्रेट, किशोर न्याय बोर्ड राजन राठी, सिविल जज जू0डि0-त्वरित, उपस्थित रहे।
परिसर में भारी गंदगी, खुले में तड़पता मिला वृद्ध
निरीक्षण के दौरान वृद्धाश्रम परिसर में व्यापक गंदगी पाई गई। जगह-जगह गंदा पानी जमा था तथा जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं मिली।
निरीक्षण के बीच एक वृद्ध खुले आसमान के नीचे नग्न अवस्था में पीड़ा से तड़पता मिला। वह जमीन पर पड़ा था, कपड़े शौच से खराब थे और चौकी पर शौच लगा था जिस पर मक्खियाँ भिनभिना रही थीं।
प्रबंधक ने बताया कि वृद्ध का नाम सत्यनारायण है और वह पीलिया रोग से पीड़ित है। पेयजल सुविधा नगण्य, सड़ा-गला खाना और डस्टबिनों में बासी भोजन वृद्धाश्रम परिसर में रहने वाले
वृद्धों के लिए उचित पेयजल उपलब्ध नहीं मिला। डस्टबिनों में सड़ा-गला, बासी खाना पड़ा हुआ मिला। रसोईघर की स्थिति भी चिंताजनक रही -बासी भोजन, कच्ची रोटियाँ, ब्रेड के दो पैकेट एक्सपायरी डेट के पाए गए, इन पर प्रबंधक कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सका।
बीमार वृद्ध टीन शेड में ठूंसे गए, रहने की हालत बेहद बदतर एक टीन शेड में कई बीमार वृद्ध महिलाओं को रखा गया था, जहाँ अत्यधिक गंदगी मिली। वह स्थान न तो बैठने योग्य था और न ही सोने योग्य।
वृद्धजन बेहद दयनीय हालत में रहने को मजबूर पाए गए।
दवाएँ नहीं मिल रहीं, डॉक्टरों की विजिट बंद वृद्ध बेहाल
कई वृद्धजनों ने बीमार होने के बावजूद दवाएँ न मिलने की शिकायत की। वृद्धाश्रम में डॉक्टरों की नियमित विजिट भी नहीं पाई गई। ठंड से बचाव के लिए अलाव अथवा अन्य कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।
जिलाधिकारी को भेजी जाएगी रिपोर्ट, संचालित संस्था पर होगी कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान मिली गंभीर अनियमितताओं, उपेक्षा और अमानवीय परिस्थितियों को संज्ञान में लेते हुए समिति द्वारा
जिलाधिकारी अम्बेडकरनगर को विस्तृत रिपोर्ट भेजी जा रही है। वृद्धाश्रम संचालित करने वाली संस्था के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई किए जाने हेतु पत्र प्रेषित किया जा रहा है।



