अम्बेडकरनगर ! अशरफपुर किछौछा में स्थित विश्व प्रसिद्ध सूफी संत सैय्यद मखदूम अशरफ की दरगाह पर श्रद्धालुओं को गंदगी और बदबू की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। दरगाह के रूहानी परिसर में फैली भारी गंदगी से भयंकर बदबू फैल सकती है जिसकी वजह से भयंकर बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
हालांकि उक्त प्रकरण के सम्बन्ध अशरफपुर नगर पंचायत अध्यक्ष ओमकार गुप्ता से वार्ता करने पर उन्होंने बताया 235 बीघा भूमि जिसमें तालाब कब्रिस्तान चक मार्ग बंजर जमीन नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा के सम्पत्ति रजिस्टर में दर्ज है।
वही उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशानुरूप इस तरह की जमीनों से अवैध रूप से अतिक्रमण नही किया जा सकता जिसको लेकर नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा द्वारा अवैध अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जा रहा था।
जिसमें कुछ अराजकतत्व द्वारा कब्जा नही हटाया जा रहा है बल्कि नगर पंचायत के कर्मचारियों से अभद्रता गाली-गलौज बदसलूकी की गई थी जिसमें प्रशासन भी उनका सहयोग नहीं कर रहा है। इन सभी बातों को लेकर नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा के बोर्ड यह निर्णय लिया गया है।
कि जबतक इस तरह का कृत्य करने वाले अराजकतत्वों पर पुलिस प्रशासन कार्रवाई नही करता तब तक अनिश्चितकालीन के लिये कार्य बहिष्कार कर दिया गया है, और यह निर्णय नगर पंचायत बोर्ड में लिया गया है। जिसकी वजह से कार्य ठप है। इसलिए सफाई कार्य बांधित हो रहा है।
नगर पंचायत अध्यक्ष ने कहा हालांकि हमने सफाई कर्मियों से दरगाह परिसर व आसपास सफाई करने के लिये निर्देश भी दिया लेकिन कर्मचारियों का कहना है। कार्य बहिष्कार का निर्णय बोर्ड में लिया गया।
इसलिए जबतक पुलिस प्रशासन एफआईआर नहीं दर्ज करता तब तक हम लोग अपने कार्य पर वापस नही लौटेंगे। बहरहाल कुछ भी हो इन बस मामले को लेकर यदि कुछ दिन और टला तो
चारों तरफ कूड़े का साम्राज्य व्याप्त हो जायेगा और विभिन्न प्रांतों से रूहानी इलाज के लिये पहुंचने वाले जायरीन गम्भीर बीमारियों का शिकार हो सकते है साथ ही स्थानीय लोग को गम्भीर बीमारियों का शिकार होना पड़ सकता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ऐसी परिस्थिति में जब सरकारी कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर है वही दरगाह की इंतजामिया कमेटी द्वारा रूहानी परिसर में कूड़ा उठाने का कोई उचित प्रबंध नहीं किया गया है।
जिससे श्रद्धालुओं को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, यदि जिला प्रशासन ने शीघ्र ही नही लिया संज्ञान तो जायरीन सहित स्थानीय लोगों में फैल सकता है संक्रमण लोगों को गंभीर बीमारियां हो सकती है।