अम्बेडकरनगर ! जहां डीजे व तेज़ ध्वनि विस्तारक यंत्रों को लेकर शासन प्रशासन की तरफ से सख्त निर्देश है, शादी विवाह या अन्य किसी कार्यक्रम करने की समय सीमा तय की गई लेकिन वही जनपद के
थाना कोतवाली टाण्डा क्षेत्र अंतर्गत नेपुरा रोड पर स्थित जलनिगम गोदाम के ठीक सामने अलीमुद्दीनपुर में घनी आबादी के बीचोंबीच लगे मोबाइल टावर कम्पनी के तेज़ वायलेंस वाले जनरेटर से
क्षेत्रवासी परेशान हैं लगातार चौबीस घंटे चल रहे तेज़ वायलेंस वाले जनरेटर से रातो की नींद हराम है बच्चों को पढ़ाई व होमवर्क करने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस मोबाइल टावर को साल के 365 दिन चौबीसों घंटे लगातार जनरेटर से चला कर प्रदूषण उड़ाया जा रहा है, जिससे आसपास के लोगों के स्वास्थ्य पर भी काफी गहरा असर पड़ रहा है साथ ही तेज़ वायलेंस से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जहां रातों की नींद हराम है।
हालांकि पहले कम आवाज वाला जनरेटर था, लेकिन अब काफी तेज आवाज वाला जनरेटर है!
पहले मोबाइल टावर को कम आवाज वाले जनरेटर से चलाया जा रहा था, जो बहुत कम आवाज करता था। इससे आसपास के लोग चैन से सो सकते थे और बच्चे घर पर आसानी से होमवर्क कर सकते थे।
लेकिन बीते एक माह से अधिक हो गया, कम आवाज करने वाला बड़ा जनरेटर खराब पड़ा है। इसके कारण मोबाइल टावर वालों ने अलग से एक वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए जनरेटर लगा रखा है,
जो लगातार चौबीस घंटे काफी वायलेंस कर रहा है आसपास के घरों के बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे है लोगों को एक दूसरे से तेज़ आवाज़ में
बातचीत करना पड़ रहा है जिसके साथ रातों की नींद भी हराम हो गई है इस तेज़ आवाज़ कर रहे जनरेटर के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
टावर की देखभाल करने वाले कर्मियों से शिकायत की गई, लेकिन नहीं सुधारा गया
क्षेत्रवासियों ने टावर की देखभाल करने वाले कर्मियों से शिकायत भी की, लेकिन टावर कंपनी ने किसी तरह की कोई सुधि नहीं ली। इसके कारण आबादी के लोगों की नींदे हराम है।
और बच्चों को होमवर्क व घर पर पढ़ाई करने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है हालांकि इस समस्या को लेकर भूमि स्वामी भी परेशान हैं! उनका कहना है उक्त प्रकरण को लेकर उन्होंने टावर की देखभाल करने वाले कर्मचारियों से
शिकायत भी किया लेकिन उन्हें कोई रिस्पांस नहीं मिला उन्होंने कहा कि हम लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तेज वायलेंस से हम लोग भी परेशान हैं और रातों की नींद हराम हो गई है।
क्षेत्रवासियों में आक्रोश
बहरहाल, लगातार चौबीस घंटे हो रहे तेज वायलेंस से क्षेत्रवासियों में मोबाइल टावर कंपनी को लेकर आक्रोश व्याप्त है। क्षेत्रवासी जल्द ही इस समस्या का समाधान चाहते हैं।
जहां हम एक बार आपको को फिर से बतादे, तेज ध्वनि यंत्रों की शिकायत अपने क्षेत्र के सम्बंधित पुलिस स्टेशन में की जा सकती है या अपने राज्य के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एसपीसीबी से संपर्क किया जा सकता हैं.
या न्याय विभाग के माध्यम से भी शिकायतें की जा सकती हैं, जो कि लोक शिकायत निवारण के लिए जिम्मेदार है. भारतीय दंड संहिता की धारा 268 के तहत निकटतम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई जा सकती हैं.
क्योंकि यह शोर ध्वनि प्रदूषण के मानकों से अधिक है, लेकिन इस आबादी में अधिकांश लोगों मजदूर तपके लोग बसे हुए है जिन्हें जानकारियां भी नहीं है साथ ही वे दिनभर काम करके थके होते है जो पुलिस स्टेशन में या किसी पचड़े में पड़ने की डर से चुपचाप ये सब सहन करने को मजबूर है।