रिपोर्ट News10plus एडिटर मोहम्मद राशिद – सैय्यद अम्बेडकर नगर। टांडा कोतवाली पुलिस की सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था के बीच सरयू नदी तट के निकट स्थित अलीबाग़ रौज़े से नौचंदी जुमेरात के अवसर पर



उन्होंने कर्बला में शहीद हुए अमर शहीद हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के किरदार, उनके बलिदान और इंसानियत के लिए दी गई कुर्बानी पर विस्तार से रोशनी डाली। मजलिस के उपरांत दोनों अंजुमनों ने नौहा-मातम किया।

इसके बाद जुलूस परंपरागत मार्ग से होते हुए हयातगंज कब्बन, मरहूम के निवास स्थान पर पहुंचा। यहां अंजुमन हुसैनिया मीरानपुरा के नौहा ख्वान इसरार हुसैन ने नौहा पढ़कर अमर शहीद हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत को याद कराया।
अंत में दोनों अंजुमनों के सदस्यों ने सीना-ज़नी करते हुए नौचंदी के जुलूस को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न किया। पूरे आयोजन के दौरान टांडा कोतवाली का पुलिस बल मुस्तैद रहा, जिससे कार्यक्रम पूरी अकीदत और शांति के साथ सम्पन्न हुआ।




The description of the जुलूस and the focus on the sacrifice of Imam Hussein is very moving. I was researching similar historical events and found some interesting context on https://tinyfun.io/game/craft-brainrot, which helped me understand the broader significance.