नगर पालिका टाण्डा में संविधान दिवस समारोह आयोजित हुआ”भारत में संविधान दिवस: इतिहास, महत्व और विशेषताएं
रिपोर्ट एडिटर मोहम्मद राशिद-सैय्यद
अम्बेडकरनगर ! जिले की तहसील टाण्डा क्षेत्र अंतर्गत नगर पालिका परिषद में आज दिनांक 26.11.2024 को संविधान दिवस पर पालिका परिषद टांडा कार्यालय प्रांगण में
संविधान के रचयिता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यह कार्यक्रम उपजिलाधिकारी / प्रभारी अधिशाषी अधिकारी के निर्देश पर आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर नगर पालिका के शमशाद जुबैर कर अधीक्षक, सभासद राकेश कुमार गुप्ता, सभासद अमीचंद, सभासद मनु व अन्य सभासदगण उपस्थित रहे उक्त अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
राकेश कुमार गौरव राजस्व निरीक्षक, इशांत पांडे कार्यालय अधीक्षक, लिपिक जलील अहमद, लिपिक अरशद जमाल, अनुरुद्ध कुमार लिपिक, आशीष कुमार चौहान जलकल अभियंता,
नितेश मौर्य अवर अभियंता सिविल, सहदेव, हरिश्चंद पाठक, मेट राम चंद्र, मोहम्मद हुसैन, मोहम्मद अहमद, मोहम्मद सुहेल, मोहम्मद शकील, मंशाराम, महेंद्र कुमार सफाई नायक,
आदि पालिका के अधिकारी एव कर्मचारीगण उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम संविधान दिवस के महत्व को समझने और डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के योगदान को याद करने के लिए आयोजित किया गया था।
यहां से एक बार विस्तार पूर्वक बताते चलूं भारत में आज 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन भारतीय इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसी दिन 1949 में भारत का संविधान अपनाया गया था, जिसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था ¹।
हमारा संविधान बहुत विशेष है, क्योंकि इसमें हमारे मौलिक अधिकार और मौलिक दायित्व दोनों शामिल हैं। संविधान को बनाने में डॉ. भीमराव आंबेडकर की बहुत बड़ी भूमिका थी, क्योंकि वे संविधान सभा की मसौदा समिति के अध्यक्ष थे ¹।
भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, जिसमें 395 अनुच्छेद, 22 भाग और 12 अनुसूचियां हैं। इसके निर्माण में 2 वर्ष, 11 महीने और 17 दिन का समय लगा था ¹। संविधान दिवस को मनाने की शुरुआत 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी, जो डॉ. भीमराव आंबेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर थी ¹।