

अम्बेडकरनगर !, में सातवीं मोहर्रम के अवसर पर जनपद के विभिन्न थानों क्षेत्रों और विभिन्न ग्रामसभाओं में सातवीं मोहर्रम का जुलूस निकाला गया। टांडा के मोहल्ला मीरानपुरा राजा मोहम्मद रज़ा कोट से –सातवीं मोहर्रम का जुलूस मुतवल्ली राजा सैय्यद काज़िम रज़ा के नेतृत्व में बरामद हुआ और राजा के मैदान में स्थित इमाम चौक पर नज़रों नियाज़ के उपरांत जुलूस अपने परम्परागत मार्गो से पूरे नगर में भ्रमण करता हुआ देर रात्रि में ज़ुबैर चौराहे पर पहुंचा।
अंजुमन हुसैनिया मीरानपुरा रजिस्टर्ड और अंजुमन सिपाहे हुसैनी के सदस्यों के संयुक्त में नौहा मातम और सीनाज़नी के साथ जंज़ीर का मातम करते हुए कर्बला में शहीद हुए बहत्तर शहीदों के ग़म में खुद को लहू लुहान कर बीबी फात्मा ज़ैहरा को उनके लाल का पुर्सा दिया गया।
जुलूस ज़ुबैर चौराहे से राजा मोहम्मद रज़ा कोट में नौहा मातम और जंजीर के मातम के साथ वापस पहुंचा जहां नौहा मातम और जंजीर का मातम हुआ और जुलूस देर रात्रि में सम्पन्न हुआ जुलूस में अलम,जुलज़नाह की
शबीह के साथ निकला और नगरक्षेत्र के इमाम चौकों पर लोगों ने जु़लज़नाह को दूध जलेबी खिलाकर मन्नतें मांगी और मन्नतें उतारी जगह जगह लोगों ने शबीले सकीना में शर्बत भी पिलाया। जहां राजा मोहम्मद रज़ा कोट में जुलूस देर रात्रि लगभग 11:45 बजें सम्पन्न हुआ।
सातवीं मोहर्रम को कर्बला में शहीद हुए अमर शहीद हज़रत इमाम हुसैन के भाई हज़रत इमाम हसन के बेटे हज़रत कासिम की शहादत हुई थी और उनके ग़म को ताज़ा किया गया। हज़रत कासिम को कर्बला में शहीद किया गया था और उनके लाशे पर घोड़ो दौड़ाए गए थे जिसकी वजह से उनका लाशा टुकड़ो में पामाल हो गया था। सातवीं मोहर्रम के जुलूस में काफी संख्या में जंज़ीर का मातम देखने वालो का ताता लगा रहा जिसमें पुरुष के साथ महिलाए और बच्चे भी शामिल रहे जुलूस में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही।
सातवीं मोहर्रम का जुलूस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में बरामद हुआ और बीती देर रात्रि में राजा मोहम्मद रज़ा कोट में सम्पन्न हुआ। वही जुलूस की भीड़-भाड़ और नगर क्षेत्र की गतिविधियों का उपजिलाधिकारी टाण्डा अरविंद त्रिपाठी और नायब तहसीलदार की निगाहें बनी रही और नगर क्षेत्र का जायजा लिया।उनके साथ मौजूद रहे क्षेत्राधिकारी टांडा शुभम कुमार सिंह, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक दीपक सिंह रघुवंशी, थाना अलीगंज एसएचओ भूपेंद्र सिंह, सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा जहां सातवीं मोहर्रम का जुलूस सकुशल सम्पन्न हुआ।
सातवीं मोहर्रम के जुलूस में मुख्य रूप से मौजूद रहे राजा सैय्यद काज़िम रज़ा आब्दी नजमी भाई, राजा सैय्यद जाफर रज़ा परवेज़ भाई, सैय्यद इशान रज़ा आब्दी, अलीशान रज़ा आब्दी, सैय्यद रेहान रज़ा आब्दी, सैय्यद आरिफ हसन,
सैय्यद रिज़वान हुसैन, सैय्यद मोअज्जम, सैय्यद सोज़ेब, समर हसन, सैय्यद शफी हसन, सैय्यद दानिश मेंहदी, सैय्यद कम्मू भाई लखनवी, सैय्यद आसिम, सैय्यद आबिद हसन,
सैय्यद आबिद रज़ा शीबू, सैय्यद शाहिद रजा़ एडवोकेट, सैय्यद मोहम्मद ज़हीर, सैय्यद आसिफ हसन, आदि अंजुम हुसैनिया और अंजुमन सिपाहे हुसैनी हयातगंज के सभी सदस्यों की मौजूदगी रही।