इस्लाम तकलीफ से निकालने का नाम है तकलीफ देने का नही”फ़ातहें की मजलिस को सम्बोधित करते हुये मौलाना सैय्यद मैहताब हुसैन बलरामपुरी ने कहा
न्यूज़ टेन प्लस-एडिटर मोहम्मद राशिद-सैय्यद
अम्बेडकरनगर ! टाण्डा मरहूम सैय्यद कौसर हुसैन इब्ने आबिद हुसैन के फातेहे की मजलिस को खिताब फ़रमाया आली जनाब मौलाना सैय्यद मैहताब हुसैन किब़ला बलरामपुरी ने उन्होंने मिम्बरे रसूल से सम्बोधित करते हुये कहा युवा पीढ़ी आज के मुस्तकबिल है।
उन्हें सबसे पहले और सबसे आगे बैठाना चाहिए जहां इल्म की बातें बताई जाती है वहा युवाओं को बैठकर सुनना चाहिए उन्होंने कहा मसलिस दरे हुसैन का नाम है लेकिन यहा से भी इल्म हासिल होती है। साथ ही उन्होंने कहा कि बिना तालीम के समाज की तरक्की नहीं हो सकती।
हिन्दुस्तान में अंग्रेजी हुकूमत अपने राज में आपसी नफरत को तूल दिया करति थी? जिस तरह से अंग्रेज हिन्दू- मुस्लिम को लड़ा कर देश पर काबिज रहे?और जब देश के सभी मजहबों के लोग इकठ्ठा हुये तब उनका यहा से खात्मा हुआ।
और अब जो आपसी भाईचारा को खत्म करना चाहते है। वे अंग्रेज के एजेंट हैं? साथ ही उन्होंने रसूले अकरम सल्लालहु वसल्लम का जिक्र करते हुये कहा मैहशर में मां का नाम आता है तो इसलिए आता है।
अगर कही बाप की वल्दियत ना मिले तो मां से ले लिया जाये इसलिये मैहशर में मां के दर्जात बुलंद है। मिन्हो इल्ला खैरा खैरे उन्होंने कहा अगर मुस्तफा का एक करम हो जाये तो आप कामयाब हो जाये कुल्ले इमान के बाद कलमा पढ़ने वाला मुसलमान के यहां पैदा हुआ है।
तो उसे एक बार ही कलमा पढ़या जाता है बार-बार नही जिसके साथ उन्होंने कहा चार सौ आयेते कुरानी जिसके साथ उतरा उसे अबुतालिब कहा जाता है। जब किसी की रूह निकलती है तो वो अपने जिस्म के साथ साथ होती है।
मौलाना सैय्यद मैहताब हुसैन का चंद जुमला सुनिये
मरने वाले को सब कुछ दिखाई देता है लेकिन वो कुछ बोल नही सकता है सिर्फ देख सकता है। जिसके बाद उन्होंने कर्बला में शहीद हुये बहत्तर शहीदो के वाकये को बयान किया और मजलिस में बैठे जायरीनों ने नम आंखों से बीबी फात्मा जै़हरा को पुर्सा दिया मजलिस का आयोजन मरहूम की बड़ी बेटी,व बेटे,और नवासों ने किया।
बाद मजलिस के नज़रें मौला मे भोजन की व्यवस्था भी रही मजलिस में मुख्य रूप से शामिल रहें राजा सैय्यद काज़िम रज़ा आब्दी नजमी भाई,राजा सैय्यद जाफर रज़ा परवेज भाई,डॉक्टर सैय्यद कौसर हुसैन,सैय्यद साकिर हुसैन नम्मू भाई, सैय्यद अलीशान आब्दी, सैय्यद रेहान आब्दी,
दावर हुसैन, टाइगर आब्दी, मौलाना पुत्र हसन,आबिद, शफी हुसैन,सैय्यद शैहज़ादे, सैय्यद सेराज,सैय्यद सलीम, सैय्यद मोअज्जम, सैय्यद सोजेब, सैय्यद दानिश मेंहदी सैय्यद अब्बास एनटीपीसी, सैय्यद इरफान खासपुर, मिर्जा नासिर हुसैन, मिर्जा मैहताब हुसैन, इसरार हुसैन, सैय्यद शकील अहमद, मौलाना सैय्यद मैहताब हुसैन बलरामपुरी के पुत्र सैय्यद अबुज़र,
सैय्यद अमीर हैदर, मोहम्मद साजिद हुसैन, शब्बू, सैय्यद सईद हसन एडवोकेट – न्यूज़ टेन प्लस डॉटकांम-एडिटर मोहम्मद राशिद-सैय्यद,सैय्यद मोहम्मद ज़हीर,अंजुमन हुसैनिया मीरानपुरा, अंजुमन सिपाहे हुसैनी हयातगंज,अंजुमन अब्बासिया सकरावल के सदस्यों की मौजूदगी रही है।