दशहरा त्योहार शिक्षा संस्कृति और धर्म की जीत का प्रतीक है
NEWS10PLUS – एडिटर मोहम्मद राशिद सैय्यद
News10plusडाटकॉम टीम भगवन्त यादव – कुशीनगर
दशहरा पर्व और इसका संक्षिप्त इतिहास
अम्बेडकरनगर – दशहरा या विजयादशमी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो भारत में आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
असत्य पर सत्य के विजय का प्रतीक है दशहरा शारदीय नवरात्रि की दशमी (दशहरा) के पावन अवसर पर (News10plus.com) न्यूज़ वेबसाइट एडिटर मोहम्मद राशिद-सैय्यद की तरफ से – आप सभी को बहुत-बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं।
जानते है दशहरा का इतिहास और महत्व:
रामायण में वर्णित है कि भगवान राम ने इस दिन रावण को पराजित किया था। महाभारत में अर्जुन ने इस दिन कौरवों को पराजित किया था। देवी दुर्गा ने इस दिन महिषासुर नामक राक्षस को पराजित किया था।
दशहरा त्योहार शिक्षा, संस्कृति, और धर्म की जीत का प्रतीक है – दशहरा के दिन किए जाने वाले कार्यक्रम:
रावण के पुतले का दहन, राम लीला का आयोजन, देवी दुर्गा की पूजा, शस्त्र पूजा, नवीन वस्त्र और उपहार देना।
दशहरा का महत्व:
बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक, धर्म और न्याय की जीत का प्रतीक शिक्षा और संस्कृति का प्रतीक, आत्म साक्षरता और आत्म-विश्वास का प्रतीक है दशहरा का अवसर लोग अपने परिवार और मित्रों के साथ मिलते हैं,नए कपड़े पहनते हैं, उपहार देते हैं,भोजन और मिठाइयाँ बांटते हैं, राम लीला और दुर्गा पूजा में भाग लेते हैं।