तमकुही राज में जाली नोटो का पर्दाफाश, करने के बाद पुलिस लगातार बटोर रही है वाह-वाही जिसके साथ तरह-तरह की चर्चाए भी हो रही।
(कुशीनगर से भगवंत यादव की रिपोर्ट)
सपा नेताओं ने घटना का सही-सही खुलासा करने के लिये उच्चस्तरीय जांच की मांग की जा रही है।
पुलिस द्वारा एक संगठित गिरोह बताया गया है जबकि पकड़े गए लोगों के बीच पहले से आपसी दुश्मनी बताई जा रही है एफआईआर पर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
कुशीनगर : तमकुही राज में जाली करंसी तथा असलहा की बरामदगी पर हर तरफ तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। वही अगर देखा जाये तो दूसरी तरफ पुलिस की सतर्कता पर सराहना हो रही है क्योंकि रिकवरी के दृष्टिकोण से अगर देखा जाय तो यह अपने आप में बड़ी रिकवरी है ।
वही आरोपियों के सपा से जुड़े होने के कारण बड़े नेताओं की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर खूब प्रसारित हो रही है यह गुड वर्क अब पक्ष विपक्ष के बीच वहस का विषय बन हुआ है लेकिन आरोपी के साथ कुछ पुलिस अधिकारियों के सोशल साइट पर फोटो भी उपलब्ध हैं जिसको देखने के बाद लोग चर्चा कर रहे हैं। विदित है कि कल तमकुही राज कस्बे में तरयासुजान तमकुही राज सेवरही़ और
साइबर पुलिस द्वारा जाली करंसी गिरोह का पर्दाफाश किया गया जो इस समय राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है। कुशीनगर पुलिस का यह गुड वर्क अति सराहनीय बताया गया है। लेकिन बाजार तथा आसपास के क्षेत्र में इस गुड वर्क में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर भी तरह-तरह कि चर्चा है। अंतर प्रांतीय सीमापर इस
कार्रवाई की चर्चा यूपी और बिहार तक ही नहीं अन्य प्रान्त तक फैली हुई है। पकड़े गए गिरोह का सरगना सपा नेता को पुलिस बता रही है आम लोगों में चर्चा के अनुसार पकड़े गए लोग एक दूसरे के घोर विरोधी बताए जा रहे हैं। इस खुलासे में जिन 10 लोगों को जाली करेंसी और अवैध असले के साथ संगठित गिरोह दिखाकर जेल भेजा गया है वास्तव में इसमें आधा दर्जन ऐसे लोग हैं जो
आपस में एक दूसरे के घोर विरोधी थे और एक दूसरे पर बलात्कार हत्या के प्रयास और जलसाजी का मुकदमा भी दर्ज करा चुके हैं। दुलमापट्टी निवासी रफी अंसारी के गिरोह ने परवेज इलाही पर मुकदमा दर्ज कराया है और परवेज ने रफ़ी और नौशाद समेत तमाम अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है ।
इस तरह की आम चर्चा बाजार में हो रही है इस गिरोह में परवेज के साथ उनके दो और सगे भाई को भी मुलजिम बनाया गया है इसमें परवेज ने अपने दोनों सगे भाइयों पर भी जालसाजी और मारपीट तथा जमीन हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया है। और भाइयों ने भी परवेज पर मुकदमा दर्ज कराया है इस मामले में आरोपी बनाए औरंगजेब और रफी अंसारी के बीच मारपीट और विवाद की भी चर्चा हो रही है ऐसी स्थिति में इसमें आपस में ही सभी एक दूसरे के विरोधी हैं तो सभी एक साथ मिलकर संगठित गिरोह संचालित करने के कार्य पर कुछ लोगों ने प्रश्न चिन्ह उठाया है।
पुलिस द्वारा संगठित गिरोह को पड़कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की गई बड़ी उपलब्धि की चर्चा प्रदेश स्तर पर ही नहीं प्रांतीय स्तर पर भी हो रही है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस प्रकण पर पुलिस पर दुर्भाग्यपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए सपा के वरिष्ठ नेता मधुर श्याम राय जिला अध्यक्ष शुकुरलाह अंसारी पूर्व जिला
अध्यक्ष इलियास अंसारी कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक तमकुही राज अजय कुमार लल्लू ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है तथा कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण करवाई है पुलिस के इस कार्रवाई पर सवालिया निशान उठाते हुए तमकुही राज विधानसभा के
पूर्व सपा विधायक प्रत्याशी डॉक्टर उदय नारायण गुप्ता ने कहां है कि तमकुही राज में जहां लोग पकड़े गए उस जगह के बारे में तमकुही के लोग और पत्रकार सभी जानते हैं मैं ऐ नहीं कहता हूं कि कौन दोषी है और कौन निर्दोष लेकिन ए अधिकतम लोग जानते हैं दो पक्षों में कई वर्षों से झगड़ा चल आ रहा है जिसमें दोनों पक्षों से कई मुकदमे दर्ज कराए गए हैं।
इस मामले में भी दोनों पक्ष पकड़े गए हैं। जहां दावत चल रहा था जहां से लोग पकड़े गए वहां एक सीसी टीवी कैमरा लगा था पता चला है कि उसे सीसी कैमरा सेट को पुलिस उठा ले गई है उसे सीसी कैमरा के फोटो को पुलिस को सार्वजनिक करना चाहिए ताकि तमकुही राज में
जनता के बीच सच्चाई सामने आ सके जिससे स्पष्ट हो जाए कि रुपया और हथियार गाड़ी में पहले से था या किसी के द्वारा लाकर रखा गया है। सपा नेता ने कहा कि दोषी कोई भी होउसको सजा मिले लेकिन निर्दोष को न फसाया जाए। नेताओं ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की सरकार से मांग किया है जिससे सार्वजनिक हो सके तथा जनता को सच्चाई सामने आए।