Welcome to News10plus.com   Click to listen highlighted text! Welcome to News10plus.com
Single Image Auto-Play Slider
Welcome to News10plus.com   Click to listen highlighted text! Welcome to News10plus.com
Image 1
Image 2
Image 2
Image 2
Image 2
Image 2
Click to listen highlighted text!

आधुनिक दौर में भी नहीं बदली परिषदीय विद्यालय की रसोई” यहा आज भी लकड़ी पर बनता है भोजन ।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now
Responsive YouTube Video Slider with Autoplay
Welcome to News10plus.com   Click to listen highlighted text! Welcome to News10plus.com
Click to listen highlighted text!

रिपोर्ट – तारा शुक्ल
सोनभद्र : जहा सुबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की सरकार शिक्षा पर बढ़ावा दे रही है विद्यालय में साफ-सफाई आदि व्यवस्था पर  बड़े बड़े दावे किये जा रहे है वहीं शिक्षा विभाग के कर्मचारी पोल खोलता हुआ नजर आ

रहा है। मामला जनपद सोनभद्र के अति नक्शल शिक्षा क्षेत्र नगवां के प्राथमिक विद्यालय लोढा दुआरी का जहां पर आदिवासी क्षेत्र में आज भी सिलेंडर का विद्यालय के रसोई में उपयोग नहीं किया जा रहा है।

अब इसमें ग्राम प्रधान की लापरवाही कहे या फिर उस शिक्षक की जिसे भोजन बनवाने की सरकार द्वारा जिम्मेदारी मिली हुई है यहां पर आज भी बदलते जीवनचर्या के बीच भी जंगल की सूखी लकड़ियों को रसोईया द्वारा लाकर भोजन पकाया जा रहा है उसके बाद भी संबंधित अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही न किए जाने से क्षेत्र में
चर्चा का विषय बना हुआ है जानकारी के अनुसार बिकास खण्ड नगवां ग्राम पंचायत ढोसरा कम्पोजिट विद्यायालय लोढ़ा मे लकड़ी पर बन रहा है भोजन शिक्षा बिभाग सरकार के दिशानिर्देश का जमकर उड़ा रही है धज्जिया गैस सिलेंडर कागज पर खाना पूर्ति किया जा रहा है।

विद्यालय की रसोई

प्रधानाध्यापक द्वारा सरकारी धन का बंदर बाट किया जा रहा है रसोइया का कहना है गैस सिलेंडर कभी नही आता है इसलिए हम लोग लकड़ी पर बच्चो का भोजन बनाती हू बिद्ययालय पर तीन रसोइया नियुक्त कि गई है आज अकेले आई हू काफी दिन से हैन्ड पम्प खराब है कुआं से पानी लाकर भोजन बनाती हू बच्चे टाट पर बैठ कर पढ़ने के लिए बिवस है।
अतिपिछड़ा आदिवासी बाहुल्य नगवां क्षेत्र माना जाता है जहां पर कभी गोलियों की तडतडाहट से पूरा क्षेत्र भयभीत हो जाता था उस क्षेत्र में भी शिक्षा का पूरी तरह से अलख जगाने में सरकार द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है लेकिन वहां के लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों के वजह से वह व्यवस्थाएं उन बच्चों को नहीं मिल पा रही हैं जिसके वह वास्तव में हकदार हैं सरकार शिक्षा पर लाखों-लाख रुपए खर्च कर रही सरकारी धन का जमकर बंदर बाट किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Click to listen highlighted text!