पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासन अलर्ट, एसडीएम -तहसीलदार ने बीएलओज़ को दिए विस्तृत निर्देश
मतदाता सूची पुनरीक्षण पर फोकस, एसडीएम और तहसीलदार ने बीएलओज़ को दी ज़मीनी जिम्मेदारियों की जानकारी
रिपोर्ट News10plus एडिटर मोहम्मद राशिद – सैय्यद अम्बेडकर नगर। जनपद की तहसील टांडा में सोमवार 22 दिसम्बर 2025 को त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपजिलाधिकारी डॉ.
शशिशेखर एवं तहसीलदार निखलेश कुमार ने की। यह बैठक टांडा तहसील सभागार में आयोजित हुई, जिसमें ग्राम पंचायत बसखारी, टांडा सहित तहसील क्षेत्र की समस्त ग्राम पंचायतों के बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
बैठक में लखनऊ स्थित राज्य निर्वाचन आयोग, उत्तर प्रदेश द्वारा जारी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से संबंधित निर्वाचक नामावलियों (मतदाता सूची) के वृहद पुनरीक्षण हेतु जारी संशोधित अधिसूचना की विस्तार से जानकारी दी गई।
उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदार ने बताया कि यह अधिसूचना भारत के संविधान के अनुच्छेद 243(ट) तथा उत्तर प्रदेश पंचायतराज अधिनियम, 1947 की धारा-9 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जारी की गई है।
नए मतदाताओं पर विशेष जोर, – बैठक में स्पष्ट किया गया कि – 01 जनवरी 2025 तक 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले सभी पात्र नागरिकों के नाम मतदाता सूची में अनिवार्य रूप से जोड़े जाएंगे।
मतदाता सूची में परिवर्धन, संशोधन एवं विलोपन की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ होगी।राज्य निर्वाचन आयुक्त राज प्रताप सिंह द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार पंचायत चुनाव से पूर्व मतदाता सूची का वृहद पुनरीक्षण कराया जाएगा।
ऑनलाइन आवेदन के साथ-साथ घर-घर जाकर सत्यापन की व्यवस्था लागू रहेगी। बीएलओज़ को दिए गए स्पष्ट दिशा-निर्देश बैठक के दौरान बीएलओज़ को यह भी बताया गया कि उन्हें – घर-घर जाकर सर्वेक्षण कैसे करना है,
पात्र व अपात्र मतदाताओं की पहचान कैसे करनी है,ऑनलाइन व ऑफलाइन प्राप्त आवेदनों का सत्यापन किस प्रकार करना है, निर्धारित समय सीमा में सभी अभिलेखों को पूर्ण कर संबंधित कार्यालय में जमा करना है।
बैठक करीब तीन घंटे तक चली, जिसमें बीएलओज़ की शंकाओं का समाधान किया गया और उन्हें निर्वाचन आयोग की मंशा के अनुरूप निष्पक्ष, पारदर्शी एवं त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार करने के लिए प्रेरित किया गया।
निष्कर्ष – प्रशासन ने स्पष्ट किया कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराने के लिए मतदाता सूची का शुद्धिकरण सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है, और इस कार्य में बीएलओ की भूमिका अत्यंत निर्णायक है।



