पैथालॉजी व गंभीर बीमारियों के इलाज का बोर्ड लगाकर”मरीजो़ के तिमारदारों से ऐठ रहे हैं रूपये बिना रजिस्ट्रेशन संचालित डिस्पेंसरियों के डॉक्टर”सम्बंधित जिम्मेदारान मौन
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पैथालॉजी व गंभीर बीमारियों के इलाज का बोर्ड लगाकर”मरीजो़ के तिमारदारों से ऐठ रहे हैं रूपये बिना रजिस्ट्रेशन संचालित डिस्पेंसरियों के डॉक्टर”सम्बंधित जिम्मेदारान मौन
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NEWS10PLUS – पर सोनभद्र से तारा शुक्ला सोनभद्र ! सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक आरटीआई कार्यकर्ता ने सीएमओ को पत्र देकर कार्यवाही की माग की हैं 1- महावीर हास्पिटल पटवध चोपन! 2- विभा हॉस्पिटल दुध्दी, देव हास्पिटल दुध्दी!
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3- हेल्थकेयर हास्पिटल चोपन! सोनभद्र,स्वास्थ्य विभाग में इन दिनों कुछ छुठ भैया नेताओं के संरक्षण में बेखौफ होकर धड़ल्ले से झोलाछाप डॉक्टर अपना कारोबार चमका रहे है। शायद इस जानकारी से स्वास्थ्य विभाग बेखबर है या फिर जानबूझकर कान में रुई डाल रखी है।
जनपद के जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है चारों ओर कुकरमुत्ता की तरह कहीं पर भी बैठकर अपनी दुकानद संचालित कर रहे हैं! और तों और 16 साल की उम्र के नौजवान भी बिना डिग्री और बिना एक्सपीरियंस डॉक्टर बन बैठे हैं!
वहीं अगर ग्रामीण क्षेत्रों की बात करे तो वहां भी कुछ लोग डॉक्टर बन कर लोगों का इलाज कर रहे हैं। जहां बोर्ड पर साफ अक्षरों में लिखा हुआ है यहा पर सभी प्रकार की जांच की जाती हैं व कई गंभीर बीमारियों का इलाज करने का भी बोर्ड पर स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है।
जबकि संबंधित डॉक्टर के पास ना जांच का कोई उपकरण है। और ना ही गंभीर बीमारियों के जांच के उपकरण ही हैं! ऐसा ही मामला सोनभद्र जिला मुख्यालय से लगभग 20 से 25 किलोमीटर दूर कर्मा विकासखंड के ग्राम पगिया में देखने को मिला पगिया से साहगंज मुख्य रोड पर – देखें वीडियो 👇
पगिया चौराहे के पास एक झोलाछाप डॉक्टर जो केवल एंटीबाइटिक दबाओ के दम पर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों का इलाज कर रहा हैं। इतना ही नहीं ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा जांचों के नाम पर भी बीमार जरूरतमंद मरीजों को गुमराह करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं।
इस तरह के फर्जी डॉक्टरियों पर अनपढ़ और गुमराह आम जनमानस की बड़ी संख्या में भीड़ लगी रहती है! ऐसे में ये झोलाछाप डॉक्टर मरीजों को अनाप-शनाप रूप से एंटीबायोटिक दवाओ का इस्तेमाल करके बीमारों का इलाज करने की जगह और गंभीर बीमारियों की ओर धकेल रहे हैं ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन झोलाछाप डॉक्टरों को लंबा अनुभव भी नहीं है और ना ही कोई डिग्री है। रूपयों की भूख ने उन्हें इस कदर अंधा बना दिया है कि गरीब बेबस लाचार आम जनता के मरीजों साथ गलत ढंग से इलाज करके उन्हें मौत के मुंह में ढ़केल रहे हैं!
उधर स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारी मूकदर्शक हो आंखों पर पट्टी बांध लिए हैं क्या उन्हें दिखाई नहीं दे रहा कि जनपद में ऐसी कोई चट्टी चौराहा नहीं है जहां इन झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार ना हो, चट्टी चौराहा की तो बात दूर ऐसा कोई गांव नहीं जिस गांव में दो-चार झोलाछाप डॉक्टर ना मिल जाएं!
जबकि उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी के आदेश पर इन दिनों स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच अभियान चलाया जा रहा है मुहिम छेड़ रखी है।
झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर कार्यवाही करने की और सीज़ करने की साथ ही मुकदमा पंजीकृत किया जाता है लेकिन यह सब देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि स्वास्थ्य विभाग सिर्फ खाना पूर्ति कर रहा है जिसका जीता जागता है। उदाहरण है ऐसा कोई गांव नहीं कोई चट्टी चौराहा नहीं है। जहां 10-5 झोलाछाप डॉक्टर ना मिल जाएं। The End
<span;>नोट – News10plus – वेबसाइट पूर्णतया इस पोस्ट की सत्यता की पुष्टि नही करता रिपोर्टिंग करने वाले का ऊपर नाम दिया गया है किसी भी प्रकार की जवाबदेही रिपोर्ट करने वाले की होगी News10plus – वेबसाइट द्वारा इसे सिर्फ जनहित में प्रकाशित किया जा रहा है। ताकि सम्बंधित जिम्मेदारानों द्वारा उक्त प्रकरण पर संज्ञान लिया जा सके धन्यवाद।