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“क़ब्र से निकला सच-पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुछ नही निकलने के बाद अब बिसरा रिपोर्ट पर टिकी निगाहें!”

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नाज़रीन बानो प्रकरण में ज़हर देने की पुष्टि नहीं, जांच जारी – टांडा पुलिस का बयान

(टांडा) अंबेडकरनगर। शुक्रवार, 17 अक्टूबर 2025।
ग्राम बिहरोजपुर (थाना कोतवाली टांडा) में बीते गुरुवार को कब्र खोदकर निकाले गए शव के मामले में नया मोड़ आ गया है। महिला नाज़रीन बानो की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ज़हर देकर हत्या की पुष्टि नहीं हो सकी है। अब बिसरा रिपोर्ट को सुरक्षित रखकर आगे जांच के लिए भेजा गया है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक दीपक सिंह रघुवंशी ने बताया कि “पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ज़हर देने की बात साबित नहीं हुई है। बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

यदि बिसरा रिपोर्ट में भी कुछ संदिग्ध नहीं निकलता है तो परिजनों द्वारा दी गई एफआईआर में एफआर लगाकर केस बंद कर दिया जाएगा। लेकिन अगर ज़हर या किसी भी प्रकार की साजिश की पुष्टि होती है तो दोषी को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
पृष्ठभूमि – तीन माह पुरानी मौत से उठा रहस्य
गौरतलब है कि न्यायालय के आदेश पर बीते गुरुवार, 16 अक्टूबर 2025 को टांडा पुलिस ने न्यायिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कब्र खुदवाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था।

मृतका नाज़रीन बानो, पुत्री स्वर्गीय जहूर, निवासी शाहगंज (जौनपुर) थीं, जिनका विवाह लगभग <span;>12 वर्ष पूर्व टांडा क्षेत्र के ग्राम बिहरोजपुर निवासी सलमान शेख से हुआ था।

पति सलमान शेख ने बताई बीमारी और इलाज की कहानी पति सलमान शेख ने बताया कि नाजरीन लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रही थीं। साल 2018 में किडनी फेल होने के बाद उनका नियमित डायलिसिस चल रहा था, और इलाज के दौरान किडनी ट्रांसप्लांट की तैयारी भी शुरू की गई थी।

सलमान के अनुसार, “मेरी पत्नी की बहन ने पहले किडनी देने की बात कही, पर बाद में इंकार कर दिया। फिर भी मैंने इलाज नहीं छोड़ा और दूसरी व्यवस्था की तलाश जारी रखी। लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था – डायलिसिस के दौरान नाजरीन की तबीयत अचानक बिगड़ी और उन्होंने दम तोड़ दिया।”

मौत के बाद उठे सवाल, आरोप और तहरीर
सलमान ने बताया कि नाजरीन की मौत की सूचना उन्होंने खुद मायके वालों को दी थी, जो अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए थे।

लेकिन बाद में रुपयों और गहनों के विवाद को लेकर ससुराल पक्ष पर ज़हर देकर हत्या करने का आरोप लगाया गया। इसी आधार पर परिजनों ने न्यायालय के माध्यम से एफआईआर दर्ज कराने की मांग की थी, जिसके बाद कब्र खोदकर शव का पोस्टमार्टम कराया गया।

फिलहाल जांच जारी – बिसरा रिपोर्ट का इंतज़ार
प्राप्त रिपोर्ट में अब तक कोई विषाक्त पदार्थ या ज़हर के लक्षण नहीं मिले हैं, लेकिन बिसरा रिपोर्ट से ही अंतिम निष्कर्ष सामने आएगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट आने के बाद ही या तो केस बंद किया जाएगा या आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू होगी।

अगला कदम : बिसरा रिपोर्ट से खुलेगा सच
यह मामला अब पूरी तरह फॉरेंसिक रिपोर्ट पर निर्भर है। नाजरीन की मौत बीमारी से हुई या किसी साजिश का नतीजा थी, इसका फैसला अब बिसरा रिपोर्ट ही करेगी। फिलहाल टांडा पुलिस मामले पर कड़ी निगरानी बनाए हुए है।

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