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मृत एसीएमओ का 11 साल बाद खुला कमरा” मिली पुराने नोटों से भरी थी अटैची 22. 28 लाख बरामद!

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जनपद के मीरानपुरा में स्थित सरकारी कार्यालय के साथ बंद पड़े सरकारी आवास से मिले 22.48 लाख” आयकर विभाग को दी गई सूचना!

अम्बेडकर नगर में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ब्रह्म नारायण तिवारी के 11 साल से बंद आवास से 22 लाख 48 हजार रुपए मिले हैं।डॉ ब्रह्मा नारायण तिवारी की 11 साल पहले मौत हो गई थी तब से आवास बंद था। अब मरम्मत के लिए खोला तो सूटकेस और बिस्तर के नीचे बिछी एक हजार और 500 रुपए के पुराने नोट की गड्डियां मिलीं।

आवास और नोटों की गड्डियों की वीडियो ग्राफी
आवास और नोटों की गड्डियों की वीडियो ग्राफी कराई गई है। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी सूचना पुलिस,

आयकर और शासन को भेजी है। डॉ ब्रह्म नारायण तिवारी मीरानपुर स्थित चार चिकित्सा अधिकारी के आवासों में से एक में नीचे बने क्वार्टर में अकेले रहते थे।

संपत्ति विवाद के चलते बंद हुआ था कमरा
उनकी मौत 19 जनवरी 2013 को संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई थी। ताला तोड़कर बाहर निकाला गया था।

उनके भतीजे भानु प्रताप और शशांक के बीच संपत्ति को लेकर विवाद होने के चलते कमरे पर ताला बंद करवा दिया गया था।

कमरे की जांच और नकदी की बरामदगी
अब जब वर्तमान सीएमओ कार्यालय में मरम्मत का कार्य शुरू हुआ, तो बंद कमरे में काम कराना जरूरी हो गया। इस पर डॉक्टर संजय कुमार सैवाल ने कोतवाली अकबरपुर से रिपोर्ट मांगी कि कमरे को लेकर कोई

मुकदमा या न्यायालय में मामला तो लंबित नहीं है। 1 जुलाई को आई पुलिस रिपोर्ट में बताया गया कि इस मामले में कोई मुकदमा दर्ज नहीं है इसके बाद 3 जुलाई को

डॉक्टर मनोज कुमार सिंह और डॉक्टर मारकंडे की अध्यक्षता में गठित समिति की मौजूदगी में वीडियो ग्राफी के बीच कमरा खोला गया। जब बेड का बिस्तर हटाया गया तो टीम के होश उड़ गए। वहां नोटों की गड्डियां मिलीं।

बरामद नकदी का विवरण
कमरे से जो नगदी बरामद हुई, उसमें ₹1000 के 776 नोट, और ₹500 के 2945 नोट और ₹5 का एक सिक्का मिला है। कुल मिलाकर 22 लाख 48 हजार 505 रुपए बरामद हुए हैं।

शासन को भेजी गई रिपोर्ट
बरामद नकदी को विभागीय प्रक्रिया के तहत सुरक्षित रखवा दिया गया है। पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट शासन को भेजी गई है और अब तय होगा कि यह रकम किसकी है और इसका उपयोग कैसे होगा।

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