रिपोर्ट सैय्यद मोहम्मद राशिद – अम्बेडकरनगर ! विश्व विख्यात दरगाह किछौछा के 639वें उर्स के चौथे दिन सज्जादानशीन सैय्यद हसीन अशरफ ने खिरका मुबारक पहना और शानो-शौकत से निकला जुलूस सैय्यद मखदूम अशरफ जांहगीर सिमनानी की दरगाह के मुख्य द्वार पर पहुंचा।
जहां मौजूद लोगों ने पुष्प वर्षा से स्वागत किया और सैय्यद मखदूम अशरफ की शान में नारें लगाए। दरगाह पर सज्जादानशीन सैय्यद हसीन अशरफ ने गागर की रस्म को अदा किया। दरगाह पर सज्जादानशीन सैय्यद हसीन अशरफ ने गागर की रस्म को अदा किया
और देश में अमन और खुशहाली के लिए दुआएं मांगी। उन्होंने जायरीनों को सम्बोधित किया और वहां पर पहुंचे जायरीनों के हक में सैय्यद मखदूम अशरफ जांहगीर सिमनानी से उनकी हाजतों को पूरा करने के लिए दुआएं की।
जुलूस में पुलिस प्रशासन की कड़ी सुरक्षा सज्जादानशीन सैय्यद हसीन अशरफ के जुलूस में पुलिस प्रशासन की कड़ी सुरक्षा रही। जुलूस में आगे आगे
मलंग सज्जादानशीन मोहम्मद आलम शाह के साथ फुकराओं की टीम आगे आगे रही और तरह तरह के करतब और कोड़े मार कर सैय्यद मखदूम अशरफ की शान में अकीदतमंदी पेश की।
जुलूस अस्र की नमाज के बाद निकाला गया और मग़रिब से पहले वापस सैय्यद हसीन अशरफ की खानकाह पर समाप्त हुआ। बताते चलूं बीते हिंदी कैलेंडर के अनुसार
सोमवार और उर्दू कैलेंडर के अनुसार 25 मोहर्रम को प्रशासनिक आंकड़े के अनुसार पूरे दरगाह मेला क्षेत्र में लगभग 70 हजार से अधिक जायरीनों की भीड़ थी लेकिन आज मंगलवार 26 मोहर्रम को प्रशाशन के आंकड़े के अनुसार
लगभग एक लाख के आसपास जायरीनों की भीड़ मेला क्षेत्र में पहुंच चुकी है और कल बुधवार 27 मोहर्रम को 02 लाख के आसपास जायरीनों की भीड़ पहुंचने का अंदाज़ा लगाया जा रहा है जिसको देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
सैय्यद हसीन अशरफ के जुलूस में मुख्य रूप से शामिल रहे सैय्यद मोहम्मद अशरफ बड़े बाबू, सैय्यद आले मुस्तफा छोटे बाबू, सैय्यद नैय्यर अशरफ, सैय्यद नूर, मेराज़ बसखारी, सैय्यद हुसैन अशरफ,
सैय्यद सुल्तान अशरफ, सैय्यद रईस अशरफ, सैय्यद जामी अशरफ जामी मियां, सैय्यद अली अशरफ, मौलाना सैय्यद जावेद अशरफ, सैय्यद हसन अशरफ, सैय्यद खलीक अशरफ, सैय्यद शफीक अशरफ, सहित काफी संख्या में लोगों की मौजूदगी रही।



