25 साल का सुनहरा सफर : एनटीपीसी टांडा ने केवल बिजली ही नहीं, उम्मीदों की रोशनी भी जगाई”
रिपोर्ट News10plus एडिटर मोहम्मद राशिद-सैय्यद
अम्बेडकरनगर ! एनटीपीसी टांडा ने अपने 25वें स्थापना वर्ष पर यह साबित कर दिया है कि वह केवल विद्युत उत्पादन करने वाली संस्था नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारियों का भी बखूबी निर्वहन करती है।
यह संस्था ने अपने नैगमिक सामाजिक का उत्तरदायित्व अपने (सीएसआर) के तहत निर्वाहन किया है जिसमें दिव्यांगजनों, महिलाओं और वंचित वर्ग के जीवन में नई रोशनी और उम्मीदें भरने का कार्य किया है।
दिव्यांग और बालिकाओं के जीवन में उम्मीद की किरण आज बुधवार, 24 सितम्बर 2025 को एनटीपीसी टांडा के सप्तरंग सभागार में एनटीपीसी टाण्डा द्वारा एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई जिसमें एनटीपीसी द्वारा करायें गये
सामाजिक कार्यों के सम्बन्ध में विस्तार से बताया गया कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित करने के उपरांत शुभारंभ किया गया इस दौरान एनटीपीसी महाप्रबंधक
जयदेव परिदा ने बताया कि बीते एक वर्ष में विवेकानंद विद्यालय के 5 दिव्यांग बच्चों, 10 अनुसूचित जाति के बच्चों तथा 10 जेम गर्ल्स को कक्षा-12 तक निःशुल्क शिक्षा की जिम्मेदारी एनटीपीसी ने उठाई है।
इसके अतिरिक्त, उत्तर प्रदेश के फतेहपुर ज़िले में मिड-डे मील शेड का निर्माण कर निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। टांडा से मया सरयू नदी तट तक पक्का मार्ग और नाले का निर्माण कराया गया है।
अकबरपुर व टांडा स्थित आईटीआई में सौर ऊर्जा पैनल लगाए गए हैं, मखदूम नगर में ऊपरी जल टंकी बनाई गई है तथा आसपास के गांवों में 160 से अधिक हैंडपम्प स्थापित किए गए हैं।
महिला सशक्तिकरण और रोजगार सृजन – महाप्रबंधक ने कहा कि हमारा प्रयास है कि क्षेत्र की बालिकाओं को सशक्त बनाया जाए और स्थानीय लोगों को ठेकों के माध्यम से रोजगार मिले। वाहन प्रबंधन से लेकर अन्य कार्यों में क्षेत्रवासियों को ही प्राथमिकता दी जाती है।
राख (ऐश) के उपयोग से ईंट बनाने की योजना पर भी कार्य चल रहा है, जिससे पर्यावरण संरक्षण में सहयोग मिल रहा है।
विद्युत उत्पादन और तकनीकी विकास – उन्होंने बताया कि एनटीपीसी टांडा ने अब तक लगभग 5.2 मिलियन इकाई विद्युत उत्पादन किया है। हमारा लक्ष्य 24 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करना है, ताकि प्रदेश और देश की प्रगति में योगदान हो सके।
पुराने विद्युत संयंत्रों के बारे में पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने कहा कि 13 जनवरी 2025 तक यूपी एसएलडीसी से विद्युत क्रय समझौते (पीपीए) का नवीनीकरण न होने के कारण पुराना संयंत्र बंद करना पड़ा। लेकिन इससे बिजली आपूर्ति प्रभावित नहीं होगी क्योंकि अन्य इकाइयों से इसकी भरपाई कर दी जाएगी।
भविष्य की योजनाएं
महाप्रबंधक ने बताया कि वर्तमान में 440 मेगावाट क्षमता के स्थान पर 1600 मेगावाट क्षमता का नया संयंत्र लगाने की योजना है। यह कार्य चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा। आने वाले समय में जैसे-जैसे परियोजना आगे बढ़ेगी, क्षेत्रवासियों को इससे अवगत कराया जाता रहेगा।
उन्होंने कहा कि परियोजना प्रभावित क्षेत्र के लोगों को प्राथमिकता देते हुए रोजगार और प्रशिक्षण के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
उक्त अवसर पर मुख्य रूप से मौजूद रहे एनटीपीसी परियोजना प्रमुख जयदेव परिदा,महाप्रबंधक ईंधन प्रबंधन राम नारायण त्रिपाठी,परियोजना प्रमुख जयदेव परिदा, महाप्रबंधक ईंधन प्रबंधन राम नारायण त्रिपाठी,
अपर महाप्रबंधक (अनुरक्षण) प्रमोद कुमार गोयल, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) रजनीश कुमार खेतान, अपर महाप्रबंधक (पी एंड एस) श्री मयंक सक्सेना एवं ऋषभ जायसवाल, उपमहाप्रबंधक
महाप्रबंधक (मानव संसाधन) रजनीश खेतान ने वहा उपस्थित सभी मीडिया प्रतिनिधियों
धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संयोजन वरिष्ठ प्रबंधक (मानव संसाधन) नवीन अनमोल हेरेंज एवं संचालन जनसंपर्क अधिकारी वरुण सोनी द्वारा किया गया। विवेक श्रीवास्तव एवं अन्य विभागाध्यक्षगण उपस्थित रहे।



