अम्बेडकरनगर ! टांडा के मोहल्ला मीरानपुरा में स्थित राजा मोहम्मद रज़ा मस्जिद में एक अक्टूबर 2025 की रात्रि में मरहूमा नजबुल बीबी बिन्तें मरहूम सैय्यद खुसरो के इसाले सवाब की मजलिस का
आयोजन किया गया। इस मौके पर मस्जिद की फिज़ाओं में रूहानी माहौल छा गया और दूर-दराज़ से आए अज़ादारों ने मरहूमा की मग़फेरत के लिए दुआं कीं।
मजलिस को मौलाना सैय्यद मैहताब हुसैन बलरामपुरी ने संबोधित किया। उन्होंने अपने बयान में अहलेबैत (अ.स.) की शिक्षाओं और उनकी कुर्बानियों को बयान करते हुए कहा
कि जिन्दगी का मकसद सिर्फ दुनिया के पीछे भागना नहीं, बल्कि इंसानियत और ईमानदारी को अपनाना है। अहलेबैत (अ.स.) का पैग़ाम हमें हमेशा इंसाफ, मोहब्बत और सब्र की राह पर चलना सिखाता है।”
मौलाना ने मरहूमा नजबुल बीबी के लिए मग़फिरत की दुआं करते हुए कहा कि इसाले सवाब का असल मकसद यह है कि इंसान अपने अज़ीज़ों की रूह को नेक आमाल और दुआओं के ज़रिए सुकून पहुँचा सके।
इस अवसर पर मजलिस में बड़ी तादाद में अज़ादारों ने शिरकत की और फातिहा-ख़्वानी के साथ मरहूमा की खिराजे अकीदत के लिए दुवाएं मांगी।
मरहूमा नजबुल बीबी बिन्तें सैय्यद खुसरो की इसाले सवाब मजलिस। मौलाना सैय्यद मैहताब हुसैन बलरामपुरी का रूहानी बयान। अज़ादारों ने दुआओं और फातिहा-ख़्वानी में लिया हिस्सा।
मजलिस का आयोजन एडवोकेट सैय्यद शाहिद रजा़ और डॉक्टर सैय्यद आबिद रज़ा शीबू ने किया मजलिस समापन के बाद जायरीनों के लिए नज़रें मौला मे भोजन की व्यवस्था की गई।



