

रिपोर्ट एडिटर मोहम्मद राशिद-सैय्यद
अम्बेडकरनगर। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा प्रेषित प्लान ऑफ एक्शन 2025-26 के अनुपालन में, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,अम्बेडकरनगर के निर्देशानुसार आज दिनांक 06 अगस्त 2025 को संयुक्त जिला चिकित्सालय, अकबरपुर में विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर भारतेन्दु प्रकाश गुप्ता (अपर जिला जज / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण), डा० पी०एन० यादव (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक), डा० हर्षित गुप्ता(जिला चिकित्सालय प्रबन्धक), डा० ए० रस्तोगी, राजेश तिवारी (डिप्टी चीफ, LADCS), शरद पाण्डेय (असिस्टेंट, LADCS), जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारीगण, पीएलवी एवं चिकित्सालय कर्मी उपस्थित रहे।
स्तनपान: मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य का आधार शिविर का संचालन करते हुए श्री भारतेन्दु प्रकाश गुप्ता ने बताया कि विश्व स्तनपान सप्ताह प्रत्येक वर्ष 01 से 07 अगस्त तक मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है-
स्तनपान और कार्य के बीच संतुलन का समर्थन कामकाजी महिलाओं को स्तनपान सम्बन्धी अधिकारों के प्रति जागरूक करना
कार्यालयों में स्तनपान के अनुकूल वातावरण तैयार करना
उन्होंने डब्ल्यूएचओ की सिफारिश का उल्लेख करते हुए कहा कि बच्चे को जन्म के एक घंटे के भीतर कोलेस्ट्रम
(पीला गाढ़ा दूध) अवश्य दिया जाना चाहिए, और पहले छह महीने तक केवल स्तनपान कराना चाहिए। इसके बाद दो वर्ष या उससे अधिक समय तक स्तनपान के साथ पौष्टिक पूरक आहार देना आवश्यक है।
स्तनपान के प्रमुख लाभ:
शिशु को सर्वोत्तम पोषण और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्राप्त होती है। मां के दूध में पाया जाने वाला लेक्टोफॉमिन शिशु को संक्रमण से बचाता है। मां की सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और मातृत्व संबंध मजबूत होते हैं।
2025 की थीम: “स्तनपान को प्राथमिकता दें, स्थायी समर्थन ढांचे बनायें” गुप्ता ने जोर दिया कि स्तनपान केवल शिशु के पोषण का साधन नहीं, बल्कि मां की शक्ति और स्वास्थ्य का भी आधार है।
मध्यस्थता अभियान और राष्ट्रीय लोक अदालत की जानकारी इसके अतिरिक्त, उन्होंने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार
01 जुलाई से 30 सितम्बर तक चल रहे राष्ट्र हेतु मध्यस्थता अभियान तथा 13 सितम्बर 2025 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में विस्तृत जानकारी दी।