रिपोर्ट News10plus एडिटर – अंबेडकरनगर ! 17 सितंबर 2025। महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा“स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार” अभियान की शुरुआत जनपद अंबेडकरनगर
में की गई। 17 सितंबर से 02 अक्टूबर 2025 तक चलने वाले इस विशेष पखवाड़े के दौरान जनपद की सभी स्वास्थ्य इकाइयों, आयुष्मान आरोग्य मंदिरों और उपकेंद्रों पर निःशुल्क जांच एवं परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रभारी मंत्री गिरीश चन्द्र यादव ने किया शुभारंभ – अभियान का शुभारंभ महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज के प्रेक्षागृह में प्रभारी मंत्री माननीय गिरीश चन्द्र यादव ने दीप प्रज्वलन एवं माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री श्यामसुंदर वर्मा (साधू वर्मा भाजपा जिला अध्यक्ष त्रयम्बक तिवारी, विधायक धर्मराज निषाद, मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मुकेश कुमार यादव,
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय कुमार शैवाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी एस.के. सिंह, नोडल अधिकारी डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. मनोज कुमार सिंह, डॉ. गौतम कुमार मिश्रा सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहीं।
प्रधानमंत्री का संदेश और स्वास्थ्य शिविर
मध्यान्ह 12 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव संदेश एलईडी स्क्रीन पर प्रसारित किया गया, जिसमें उन्होंने महिलाओं के स्वास्थ्य की महत्ता
और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी साझा की। इसी दौरान मेडिकल कॉलेज में रक्तदान शिविर एवं एनसीडी क्लीनिक का आयोजन किया गया, जहां बड़ी संख्या में मरीजों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लिया।
मंत्री की अपील :“स्वस्थ नारी बनेगी आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला”
प्रभारी मंत्री ने अपने संबोधन में कहा – “यदि हमारे समाज की महिलाएं स्वस्थ रहेंगी, तो परिवार, समाज और देश भी स्वस्थ एवं आत्मनिर्भर बनेगा।
माननीय प्रधानमंत्री जी के ‘2047 तक विकसित भारत’ के संकल्प को पूरा करने में सभी का स्वस्थ रहना आवश्यक है।” उन्होंने जिले की माताओं-बहनों से अपील की कि 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविरों में अवश्य पहुंचें और दूसरों को भी प्रेरित करें।
विशेष पहलें
मेडिकल कॉलेज में प्रभारी मंत्री द्वारा रक्तदान शिविर का फीता काटकर शुभारंभ। जिलेभर के सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जागरूकता कार्यक्रम। 267 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में एलोपैथिक, होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक सेवाओं की उपलब्धता।
पखवाड़े के दौरान मेडिकल कॉलेज से विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति, जो तय कैलेंडर के अनुसार विभिन्न सीएचसी पर सेवाएं देंगे। क्षय रोगियों को पोषण पोटली का वितरण।



