अज़ा-ए-फातिमियां की पहली मजलिस सम्पन्न”आज दूसरी मजलिस रात्रि 07 बजें आयोजित
एडिटर रिपोर्ट मोहम्मद राशिद-सैय्यद
हुसैनी हॉल में आली जनाब मौलाना सैय्यद हसनैन बाक़री किब़ला लखनऊ ने मजलिस को सम्बोधित किया
अम्बेडकरनगर ! जिले की तहसील टाण्डा के मोहल्ला मीरानपुरा राजा मोहम्मद रज़ा के मैदान में स्थित हुसैनी हॉल में हर वर्ष पांच दिवसीय अज़ा-ए-फातिमियां की मजलिस का आयोजन किया जाता है।
पहली मजलिस सम्पन्न हुई मजलिस को सम्बोधित किया आली जनाब मौलाना सैय्यद हसनैन बाक़री किब़ला
लखनऊ ने उन्होंने कहा कि हम मज़लूम के साथी है, जुल्म के नहीं, बल्कि जुल्म के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा कि अज़ा-ए-फातिमियां का मतलब व मक़सद है कि अव्वलन फात्मा जै़हरा की मार्फत हासिल कर सके उनकी अज़मतो को पहचान सके और उनको पहचानने के साथ साथ उनकी तालिमाना से अशना हो सके।
उन्होंने कहा कि सिर्फ मजालिस करके चले जाना नहीं है, बल्कि ये एक सीरत और एक जज्ज़बा भी निगाहों में रखना है कि हम ह़क को पहचाने ह़क को देफा करे और फिर जो जुल्म और बातिल है।
उसको पहचान कर जा़लिम से और बातिल से अपने को दूर कर सकें। मजलिस में बैठे जायरीनों ने नम आंखों से बीबी फात्मा जै़हरा को पुर्सा दिया। मंगलवार रात्रि 7 बजें हुसैनी हॉल में दूसरी मंजिल आयोजित होगी।
अय्याम-ए-अज़ाए फातिमियां की मजालिस का इस वर्ष 15वां दौर है, यानी लगातार 15 वर्षों से पांच दिवसीय मजालिस का आयोजन किया जा रहा है। मजालिस का सिलसिला लगातार 6 दिसंबर तक जारी रहेगा।
उक्त ख़म्साए माजालिस का आयोजन मिनजानिब खादिमाने: ज़ैहरा में आयोजन किया जाता है। मजलिस अंजुमन हुसैनिया रजिस्टर्ड मीरानपुरा व अंजुमन सिपाहे हुसैनी हयातगंज की देख रेख व व्यवस्था में किया जा रहा है।