अम्बेडकरनगर में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों और ग्रामसभाओं में अमर शहीद हज़रत इमाम हुसैन और उनके साथ कर्बला में दस मोहर्रम को शहीद हुए साथियों का आज 08 जुलाई मंगलवार – उर्दू तारीख के अनुसार इसी
क्रम में आज 12 मोहर्रम को टांडा नगरक्षेत्र के राजा के मैदान में स्थित मोहम्मद रज़ा इमाम चौक पर मुतवल्ली राजा सैय्यद काज़िम रज़ा आब्दी नजमी के नेतृत्व में पान फूल और तेल शर्बत की नज़रों नियाज़ के साथ मजलिस का आयोजन हुआ।
मजलिस का आयोजन
मजलिस में कर्बला में शहीद हुए बहत्तर शहीदों का फातेहा़ हुआ और मजलिस की गई। जिसके उपरांत मरहूम डॉ. सैय्यद कौसर हुसैन के निवास स्थान पर फातेहे की मजलिस को
डाक्टर सैय्यद आबिद रजा शीबू ने सम्बोधित किया। उन्होंने मिम्बरे रसूल से सम्बोधित करते हुए बताया कि अमर शहीद हज़रत इमाम हुसैन कर्बला जब दो मोहर्रम को अपने साथियों और अज़ीज़ो अकर्बा के साथ पहुंचें।
कर्बला की जमीन की कहानी
उन्होंने बताया कि हज़रत इमाम हुसैन ने बनी असद के कबीले से जमीन खरीदी और फिर वो ज़मीन उन्हें लौटाते हुए कहा कि ये जमीन आपके ही पास रहेगी और जब हम लोग शहीद हो जायेंगें तो
इस ज़मीन पर हमे दफ़न कर देना और यहां हमारी कब्रे रहेगी। जहां आज कर्बला में बहत्तर शहीदों की कब्रे मौजूद हैं और मोहर्रम पर वहां लाखों की तादाद में लोग पहुंचते हैं।
मजलिस में शहीदों का पुर्सा
सैय्यद आरिफ हसन और सैय्यद आसिफ हसन के निवास स्थान पर डॉक्टर सैय्यद आबिद रज़ा ने मजलिस को सम्बोधित करते हुए अमर शहीद और उनके साथ कर्बला में
शहीद हुए बहत्तर शहीदों के वाकयें को बयान किया। मजलिस में बैठे जायरीनों ने नम आंखों से अमर शहीद हज़रत इमाम हुसैन की मां बीबी फात्मा ज़ैहरा को उनके लाल का पुर्सा दिया।