डिजिटल मॉड्यूल से पारदर्शिता बढ़ेगी, शिक्षक-छात्र दोनों होंगे लाभान्वित
रिपोर्ट News10plus एडिटर मोहम्मद राशिद-सैय्यद
अंबेडकरनगर !12 सितम्बर 2025|शिक्षा व्यवस्था को स्मार्ट और डिजिटल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल
की गई। समग्र शिक्षा (माध्यमिक) के अंतर्गत शासन के निर्देशानुसार शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने जनपद के 29 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को टैबलेट वितरित किए।
टैबलेट से स्मार्ट शिक्षा का विस्तार
इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक प्रवीण कुमार तिवारी ने कहा कि टैबलेट का उपयोग केवल शैक्षणिक और विभागीय कार्यों के लिए किया जाएगा।
इनका प्रयोग गैर-शैक्षणिक कार्यों में प्रतिबंधित रहेगा। टैबलेट के जरिए यूट्यूब लाइव, जूम सेशन और वेबिनार के माध्यम से दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
आईआईटी गांधीनगर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा आयोजित ऑनलाइन सत्रों से शिक्षकों की क्षमता बढ़ेगी और छात्र-छात्राओं का ज्ञान समृद्ध होगा।
पारदर्शिता और जवाबदेही में सुधार
राज्य परियोजना कार्यालय के निर्देशानुसार टैबलेट के माध्यम से – छात्रों का समय-समय पर आकलन किया जाएगा। दीक्षा पोर्टल पर उपलब्ध डिजिटल सामग्री का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित होगा।
समीक्षा मॉड्यूल, एएनडीसी मॉड्यूल, मध्याह्न भोजन मॉड्यूल, मानव संपदा पोर्टल, उपस्थिति मॉड्यूल और डीबीटी मॉड्यूल जैसे कार्य संचालित होंगे।
विद्यालयों की पंजिकाओं का डिजिटाइजेशन भी किया जाएगा। विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप और टैबलेट पर भेजे जाने वाले कंटेंट (वीडियो, पीडीएफ, संदेश आदि) का नियमित अवलोकन एवं अनुपालन अनिवार्य होगा।
इस कार्यक्रम ने स्पष्ट कर दिया कि शिक्षा प्रणाली में डिजिटल क्रांति लाने के लिए सरकार गंभीर और प्रतिबद्ध है। टैबलेट वितरण से न केवल शिक्षण पद्धति अधिक प्रभावी होगी बल्कि पारदर्शिता, जवाबदेही और तकनीकी दक्षता भी बढ़ेगी।



