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एनटीपीसी टांडा में मनाया गया भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर का 70वां महापरिनिर्वाण दिवस!

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रिपोर्ट News10plus एडिटर मोहम्मद राशिद – सैय्यद
टांडा अंबेडकरनगर ! 06 दिसंबर 2025। भारत रत्न संविधान निर्माता, मानवाधिकारों के महान पुरुष और बौद्ध धम्म के अनन्य साधक डॉ. भीमराव आंबेडकर के 70वें
महापरिनिर्वाण दिवस पर एनटीपीसी टांडा के अनुसूचित जाति-जनजाति कर्मचारी कल्याण समिति द्वारा टाउनशिप स्थित सरगम प्रेक्षागृह में

श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एनटीपीसी टांडा के कार्यकारी निदेशक जयदेव पारिदा रहे।
शुभारंभ एवं अतिथियों का स्वागत
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत व पुष्पगुच्छ भेंट कर हुई। समिति अध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार द्वारा मुख्य अतिथि पारिदा का स्वागत किया गया।

इसके पश्चात गरिमा महिमा मंडल की अध्यक्षा श्रीमती संघमित्रा पारिदा, उपाध्यक्ष श्रीमती अनुपमा त्रिपाठी, महासचिव भारतीय किशोर सहित सभी विशिष्ट अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया।
दीप प्रज्ज्वलन और बुद्ध वंदना के साथ शुरुआत अतिथियों ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्पाजंलि अर्पित कर दीप प्रज्ज्वलित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ बुद्ध वंदना के साथ हुआ, जिसने पूरे सभागार में शांति और श्रद्धा का वातावरण निर्मित किया।

भाषण, साहित्यिक प्रस्तुति और प्रेरक नाटक
कार्यक्रम में महाप्रबंधक सतर्कता एस.सी. सिंह, सुरेश कुमार व राजू लाल मीणा द्वारा बाबा साहेब के

संघर्षपूर्ण जीवन, सामाजिक योगदान, संविधान निर्माण में उनके ऐतिहासिक कार्य और समानता के मूल्यों पर प्रकाश डाला गया।

श्रीमती सरिता मोहिवाल द्वारा प्रस्तुत कविता ने बाबा साहेब के संघर्ष और उनकी महान उपलब्धियों को भावपूर्ण शब्दों में अभिव्यक्त किया।

इसके बाद राजकीय विद्युत परिषद विद्यालय के शिक्षक राजपति कनौजिया द्वारा निर्देशित नाटक “हमरे प्रधान” ने
ग्रामीण राजनीति, भ्रष्टाचार और शराब जैसे सामाजिक दूषणों पर प्रभावी व्यंग्य प्रस्तुत किया, जिसे दर्शकों ने सराहा।

मुख्य अतिथि का वक्तव्य
मुख्य अतिथि जयदेव पारिदा ने अपने संबोधन में कहा कि: “बाबा साहेब केवल व्यक्तित्व नहीं, बल्कि युग पुरुष और वैचारिक प्रकाश हैं।

उन्होंने अपना जीवन मानवता की भलाई और समता पर आधारित समाज निर्माण को समर्पित किया। उनके विचार हमें आज भी मार्गदर्शन देते हैं।”

सम्मान एवं समाजसेवा
कार्यक्रम में बुद्ध वंदना व नाटक प्रस्तुत करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को स्मृति सम्मान प्रदान किया गया। शिक्षक राजपति कनौजिया को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के अंत में टाउनशिप से जुड़े आसपास के गाँवों के 160 गरीब, वृद्ध और असहाय लोगों को कंबल वितरित किए गए, जिससे सामाजिक सेवा का स्वरूप और प्रभाव मजबूत हुआ।

व्यवस्था एवं समापन
कार्यक्रम की संपूर्ण रूपरेखा, व्यवस्था एवं संचालन में डॉ. राजीव कुमार, महासचिव सुरेंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष रविंद्र कुमार तथा समिति सदस्यों की अहम भूमिका रही।

मंच संचालन सुरेश चंद्र और राजूलाल मीणा द्वारा कुशलतापूर्वक किया गया। कार्यक्रम का औपचारिक समापन समिति अध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

विशेष संदेश
महापरिनिर्वाण दिवस केवल श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि समानता, ज्ञान, न्याय और मानवता के सिद्धांतों को अपनाने का संकल्प है।

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